Wednesday, October 26, 2011

उड़ने वाली कार :-
===========    दोस्तों दीपावली ,गोधन , भाई-दूज की शुभ-शुभ कामनाएं | दोस्तों महानगरों में बड़ती आबादी से ट्रेफिक रेंगता नजर आता है | मन करता है ऐसी फिलाईंग कार हो जो सड़क से ही हवाईजहाज की तरहा उड़ने लगे |फ़िक्र न करिये शायद इस शदी में ऐसी कार होगी जो सच मुच हवा से बात करेगी |ऐसी कार जो हवा में उड़ सकेगी ,सडकों पर दोड़ेगी|
                   अमेरिकी कम्पनी "टेरफुगिया ट्रांजिशन " के इंजीनियरों ने इस कार को "फ़्लाइंग  कार "नाम दिया है | कार की क्षमता दो यात्रियों की है | सड़क पर दौड़ रही फ़्लाइंग कार सिर्फ ३० सैकिंड में हवा में उड़ने के लिए तैयार होगी |जिसकी टैक ऑफ़ स्पीड :३५ मील प्रति घंटा हैं |जब जरूरत होगी तो कम ऊंचाई पर उड़ने के साथ यह तीव्रता से दुवारा सड़क पर आ जाएगी |इस कार ने मार्च २००९ में अपनी पहली उडान भरी थी |कम्पनी के उपाध्यक्ष रिचर्ड गर्श ने कहा कि कार आटोमोबाइल का विकल्प नही बल्कि ट्रेफिक मई आने वाली दिक्कतों को दूर करने कि जादुई चाभी हैं |
                    डाइत्रिच  ने कहा कि मैजिक कार में वाहन चालकों को किसी भी जमीन या आसमान में जाने कि सुभिधा होगी |मौसम ख़राब होने यह कार अपने पंख मोड़ लेगी और आम गैराज में भी खड़ी हो सकती हैं |
                       दोस्तों तैयार रहिये ऐसी कार के स्वागत के लिए |अब मैं बताता हूँ फ़्लाइंग कार के इतिहास के बारे में :- # ऐसी पहली कार "वाल्डो वाटर मैन" ने बनाई|
              #  पहली कार जैव इधन चालित थी, रफ्तार ७८ मील /घंटा |
              #२० फिट ६ इंच लम्बी कार ने २१ मार्च १९३७ को उडान भरी |
              #१९२६ में हेनरी फोर्ड ने स्काई फीवर नाम का वाहन बनाया |
              #एयरो कार :१९४९" ने २००६ तक उडान भरी |
               # एयारा ऑटो पि एल ५ सी : १९५० के शुरुआत में बनी |
               #ए वि ई मिजार :७३ सेसना स्काई मास्टर -फोर्ड का सयुक्त उपक्रम हैं |   



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